रत्न शास्त्र में बहुत से रत्नों के बारे में बताया गया है। ये रत्न बेहद ही प्रभावी होते हैं। कहा जाता है कि यदि रत्नों को सही तरीके के पहना जाए तो व्यक्ति की किस्मत चमक सकती है। इन्ही रत्नों में से एक है नीलम। ज्योतिष शास्त्र में नीलम रत्न को बेहद प्रभावशाली माना गया है। कहा जाता है कि यदि कुंडली में शनि दोष है तो व्यक्ति को नीलम धारण करना चाहिए। इससे शनि के बुरे प्रभाव काम होंगे। लेकिन बहुत अधिक कीमती होने की वजह से नीलम धारण कर पाना हर किसी के लिए संभव नहीं हो पता है। इसके अलावा ये रत्न हर किसी को शुभ प्रभाव नहीं देता है। ऐसे में नीलम का एक उपरत्न होता है जमुनिया, जिसे धारण करने की सलाह दी जाती है। जमुनिया रत्न धारण करना आपके लिए शुभ साबित हो सकता है। हालांकि इसे धारण करने के भी कुछ नियम होते हैं। इसे ज्योतिष की सलाह पर ही धारण करना चाहिए। तो चलिए आज जानते हैं किन लोगों के लिए जमुनिया रत्न लाभकारी होता है…
कई बार जीवन में अजीब सी स्थितियों का सामन करना पड़ता है, जैसे- बनते काम बिगड़ जाना, बार-बार नुकसान होना, हर तरफ से निराशा हाथ लगना. ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति को सौभाग्य बदलने के लिए रत्न शास्त्र में एक चमत्कारिक रत्न बताया है. यह है जामुनी रंग का रत्न जामुनिया. यह रत्न पहनते ही शनि देव की कृपा होती है और वे प्रसन्न होकर जिंदगी बदल देते हैं. चूंकि जामुनिया नीलम रत्न की तरह कीमती नहीं होता है इसलिए इसे धारण करना आसान होता है. लेकिन अन्य रत्नों की तरह इसे भी विशेषज्ञ की सलाह से ही धारण करना चाहिए.
जमुनिया का अर्थ
जमुनिया अंग्रेजी नाम अमाटिस्ट और ग्रीक शब्द ‘अमेथुस्टो’ का भारतीय नाम है। इन दोनों शब्दों का मतलब नशे में होना या न होना है। इसके पीछे ऐसा मानना है कि यह रत्न लोगों को नशे से बचाता है। जमुनिया जमुनिया बैंगनी रंग के विभिन्न आकर्षक रंगों में उपलब्ध है। इसमें मन की बीमारियों को रोकने, अनिंद्रा और मोहभंग को दूर करने की क्षमता है। यह रत्न ज्यादातर सजावटी उद्देश्यों और आकर्षक आभूषणों के लिए मुखर पत्थरों, मोतियों, काबोचनों, टम्बल पत्थरों और ऐसी अन्य वस्तुओं के उत्पादन के लिए उपयोग किया जाता है। यह काफी मजबूत होता है। यह एक अर्ध-कीमती रत्न है जो काफी टिकाऊ होता है और इसे आसानी से अंगूठियों, पेंडेंट, झुमके, कंगन और कई अन्य के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। यह रत्न कीमत में सस्ता है, जिससे हर कोई इसे खरीद सकें और लाभकारी परिणाम पा सकें।
किसे धारण करना चाहिए जमुनिया रत्न ?
रत्न शास्त्र के अनुसार, जमुनिया रत्न वृषभ, मिथुन, तुला, मकर और कुंभ राशि वाले लोगों के लिए धारण करना शुभ माना गया है।
कैसे धारण करें जमुनिया रत्न ?
जमुनिया रत्न शनि दोष को शांत करता है। ऐसे में इसे शनिवार के दिन धारण करना चाहिए। शनिवार की सुबह स्नान के बाद शनिदेव की पूजा करें। फिर जमुनिया रत्न की अंगूठी को गंगाजल में डुबोकर रख दें। इसके बाद शनि देव के मंत्र ‘ऊँ शं शनैश्चराय नम:’ का जाप 108 बार करें। मंत्र जाप के बाद अपने दाएं हाथ की मध्यमा अंगुली में पहन लें।
ये राशि वाले पहन सकते हैं जामुनिया रत्न
जामुनिया रत्न या पर्पल स्टोन या एमेथिस्ट को वृषभ, मिथुन, तुला, मकर और कुंभ राशि वाले जातक धारण कर सकते हैं. इसके अलावा ऐसे जातक जिनकी कुंडली में शनि नीच का हो उन्हें भी जामुनिया रत्न सूट कर सकता है लेकिन बिना विशेषज्ञ को कुंडली दिखाए यह रत्न न पहनें. साथ ही रत्न का वजन भी पूछें ।
जमुनिया पत्थर के लक्षण
यह रत्न सजावटी उद्देश्यों के लिए बेहद लोकप्रिय है। यह बहुत ही आकर्षक होता है, जिससे लोगों के बीच इसकी लोकप्रियता अधिक है। नीचे इस रत्न की विशेषताओं को दर्शाया गया है।
रंग: रंग एक महत्वपूर्ण निर्धारण कारक है। ज्यादा गहरा कलर या फिर ज्यादा ब्राइट कलर वाला जमुनिया महंगा होता है। यह वास्तविक कीमत से 3 से 5 गुना अधिक में मिलने की संभावना है। उरुग्वे के जमुनिया ब्राजील की तुलना में गहरे रंग के होते हैं, इसीलिए इसकी कीमत अधिक होती है।
आकार: क्लस्टर और जियोड की कीमत इसके आकार के आधार पर बढ़ती है। थोक बाजार में इनकी कीमत आम तौर पर किलो या टन के आधार पर होती है।
क्रिस्टल का आकार: क्लस्टर और जियोड पर क्रिस्टल का बड़ा आकार रत्नों की कीमत को प्रभावित कर सकता है। आमतौर पर बड़े जमुनिया छोटे की तुलना में अधिक मुल्यवान होते हैं।
क्रिस्टल गुणवत्ता: क्रिस्टल को अधिक आकर्षक बनाने या जियोड तैयार करने के दौरान क्रिस्टल चपटे जा सकते हैं। अगर इससे जमुनिया प्रभावित होता है, इसकी कीमत पर इसका असर पड़ सकता है।
अद्वितीय संरचनाएं: आमतौर पर, हम सजावटी उद्देश्यों के लिए ऐसे रत्न का उपयोग करते हैं। इसलिए इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि यह काफी अच्छा दिखता हो। यह कितना अच्छा दिखता है, इस बात का असर इसके मूल्य पर पड़ता है। जियोड्स के अंदर आकर्षक और अनूठी संरचनाएं, जैसे स्टैलेक्टाइट्स के कैल्साइट फॉर्मेशन, उन्हें और अधिक मूल्यवान बना देते हैं।
जमुनिया रत्न के लाभ
रत्न शास्त्र के अनुसार, जमुनिया रत्न को पहनने वाले व्यक्ति के जीवन से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। अपने काम में मन लगने लगता है। साथ ही शनि दोष के कारण होने वाली घुटने, कंधे या रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्याओं से मुक्ति दिलाने में भी ये रत्न सहायक माना जाता है।
यदि व्यापार में बाधाएं आ रही हैं और आर्थिक तंगी से छुटकारा पाना चाहते हैं तो जमुनिया रत्न धारण कर सकते हैं। इसे धारण करने से धन की आवक बढ़ती है। साथ ही करियर-नौकरी की रुकावटें दूर होती हैं।
जमुनिया पत्थर को एक शक्तिशाली और सुरक्षात्मक पत्थर माना जाता है। इसे पहनने वाले को न सिर्फ स्वास्थ्य लाभ, बल्कि इसके अलावा भी कई लाभ प्राप्त होते हैं। यह पत्थर आपको शनि के नकारात्मक प्रभावों से भी छुटकारा दिलाने में मदद करता है। आइए इसके कुछ फायदों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
1. जमुनिया आपके शरीर में कोशिका वृद्धि और पुनर्वृद्धि को बढ़ावा देता है।
वैज्ञानिक दृष्टि से देखा जाए तो फार इन्फ्रारेड रेडियेसन को शरीर में कोशिका की वृद्धि और उसके पुनर्जनन को बढ़ाने के लिए जाना जाता है। इसे पहनने से आपके अंदर सेलुलर विकास और पुन: विकास हो सकता है।
2. नींद की गोली के रूप में काम करता है।
जमुनिया आपके मन को शांत करता है, इससे आपको अच्छी नींद आती है। इससे निकलने वाली ऊष्मा का निम्न स्तर आपके शरीर को शांत करने और आपके नींद चक्र को नियंत्रित करने में आपकी मदद कर सकता है।
3. आपके शरीर में रक्त सरकूलेशन को बढ़ाता है।
इस रत्न को धारण करने से आपके शरीर में रक्त संचार बढ़ सकता है। विशेष रूप से हमारी त्वचा की कोशिकाओं के बीच माइक्रोकिरकुलेशन भी बढ़ता है।
4. उम्र के हिसाब से शरीर को काबू में रखता है।
जमुनिया में एंटीऑक्सिडेंट का उत्पादन करने में आपकी मदद कर सकता है। ये एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स से लड़ने में आपकी मदद कर सकते हैं, जो बदले में उम्र बढ़ने में देरी करेगा यानि आप जल्दी बुढ़ावे के ढांचे में नहीं ढलते हैं।
5. घाव जल्दी भरते हैं
जमुनिया की सबसे अच्छी खासियत यह होती है, कि आपके शरीर पर किसी भी घाव को आसानी से भरने में कामयाब होता है। ये क्रिस्टल शरीर के किसी भी हिस्से पर पुराने या नए घावों को भरने के लिए अच्छे होते हैं। यह अस्थमा, पैरालाइज, दांतों की समस्याओं और हड्डियों की समस्याओं को भी रोक सकता है।
6. मानसिक रूप से तंदुरुस्त रखता है।
यह पत्थर आपको मानसिक हमले से बचाता है, यह नकारात्मक ऊर्जा को प्यार में बदल सकता है। यह स्टोन तनाव के बुरे प्रभावों और दूसरों की बुरी इच्छाओं के खिलाफ एक सुरक्षात्मक परत के रूप में काम करता है। यह आपको मानसिक रूप से लाभांवित करता है।
7. यह तनाव दूर करने की प्राकृतिक दवा है
यह पथ्तर तनाव को दूर करता है, आपके मिजाज को संतुलित करता है, चिड़चिड़ापन शांत करता है, भय, चिंता, क्रोध को दूर करता है और नकारात्मक ऊर्जाओं को दूर करता है।
8. यह एक आध्यात्मिक शक्तिवर्धक है।
जमुनिया आध्यात्मिक जागरूकता को सक्रिय करता है, मानसिक क्षमताओं को बढ़ाता है और आपके अंदर के अंतर्ज्ञान को खोलता है। इसमें मजबूत, उपचार और अंतर्रात्मा को शुद्ध करने की क्षमता है।
9. दिमाग को शांत रखा है।
यह आपके दिमाग पर नियंत्रण रखता है, जिससे हमें अधिक एकाग्र और शांत रहने में मदद मिलती है। हमारे अंदर सकारात्मक भावों को बढ़ावा मिलता है और याददाश्त बढ़ती है। इसका हमारे मन पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। इसके पहनने के बाद आप किसी भी ड्रग्स या शराब के सेवन से परहेज कर सकते हैं।
10. प्रतिरक्षा शक्ति को बढ़ाता है
यह हार्मोन उत्पादन और प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देता है। जमुनिया हमारे शरीर में अच्छे हार्मोन का उत्पादन करने के लिए मटैबलिज़म (चयापचय) और एन्डोक्राइन सिस्टम (अंतःस्रावी तंत्र) को ट्यून करता है। इसलिए, यह हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है।
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