काल सर्प दोष – करे मनसा देवी की आराधना

काल सर्प दोष – करे मनसा देवी की आराधना

हिन्दू वेद पुराणों में कई देवी-देवताओं का जिक्र मिलता है उनमे से एक प्रमुख देवी हैं माँ मनसा देवी। माँ मनसा देवी की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। माँ मनसा देवी त्रिलोकीनाथ और माता पार्वती की बेटी हैं। प्रतिदिन दूर दूर से लोग माँ के दर्शन करने के लिए भक्त यहाँ आते हैं। मनोकामना पूर्ति मनसा देवी का पावन मंदिर हरिद्वार शहर से करीबन 3 किलोमीटर दूर शिवालिक पहाड़ियों के उपर स्थित है।

हिमालय के दक्षिण भाग में स्थित शिवालिक पहाड़ी के ऊपर प्रत्येक दिन लाखों हजारो भक्तों की भीड़ माँ के दर्शन के लिए लगी रहती है। अपनी मनोकामना को पूरा करने के लिए यहाँ भक्तों द्वारा पेड़ की शाखाओं में धागा बाँधने की प्रथा है। जब किसी श्रद्धालु की मनोकामना पूरी हो जाती है उसके बाद भक्त वापस आके अपने बंधे हुए धागे को खोलते हैं।

मनसा देवी के जन्म की कहानी

एक कहानी के अनुसार एक बार भगवान शिव और देवी पार्वती मानसरोवर झील में नहा रहे थे। उन दोनों का तेज कमल के पत्ते पर जमा हो गया और उस तेज को उस झील में मौजूद सर्पिणियों ने अपनी कुंडली में लपेट लिया था। इसके फलस्वरूप भगवान शिव और माँ पार्वती के तेज के मिलन से माँ मनसा देवी का जन्म हुआ।

माँ मनसा देवी के मंत्र

माँ मनसा देवी मंत्र निम्नलिखित हैं

  • ॐ मनसा देव्यै नमः
  • ॐ विप्रवर्गं श्र्वेत वर्णं सहस्र फ़ण संयुतम् | आवाहयाम्यहं देवं शेषं वै विश्व रूपिणं
  • ॐ शेषाये नमः शेषं अवह्यामि | ईशान्यां अमृत रक्षणी साहितायै मनसा दैव्ये नमः
  • ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं ऐं मनसा देव्यै स्वाहा

मनसा देवी मंत्र का जाप किस दिन करें?

अगर आप प्रतिदिन माता मनसा देवी के मंत्रों का जाप करने में असमर्थ है तो आप गुरुवार के दिन मनसा देवी मंत्रों का जाप कर सकते हैं। इसके अलावा शुक्ल पक्ष की पंचमी को भी मनसा देवी के मंत्रों का जाप किया जाता है। नाग चतुर्थी और नाग पंचमी यह दो त्यौहार माता मनसा देवी को समर्पित है।

माता मनसा देवी के मंत्रों का जाप करने के लिए बेहतर समय

माता मनसा देवी के मंत्रों का जाप करने के लिए सबसे अच्छा समय संध्याकाल है। इसके अलावा आप मनसा देवी मूल मंत्रों का जाप ब्रह्म मुहूर्त सूर्योदय के समय और सूर्यास्त के समय भी कर सकते हैं। मंत्रों का जाप करने के लिए आपको शरीर मन और विचारों से पवित्र होना चाहिए।

मनसा देवी मंत्र का जाप कितनी बार करें?

मनसा देवी के मंत्रों का जाप प्रतिदिन कम से कम 3 बार करना चाहिए। अगर आपके पास पर्याप्त समय हो तो आप इसे 9,11, 51, 108 या फिर 1008 बार भी कर सकते हैं।

मनसा देवी मंत्र को सिद्ध करने के लिए किसी भी शुक्ल पक्ष के गुरुवार से या फिर शुक्ल पक्ष की पंचमी से उनके मंत्रों का जाप प्रारंभ करें और प्रतिदिन 108 बार मंत्र जाप करें। इस प्रकार 48 दिनों तक की साधना करने से ऐसी मान्यता है कि आपको मां मनसा देवी के दर्शन स्वप्न में होंगे। अगर आप चाहे तो मां मनसा देवी के मूल मंत्र का जाप प्रतिदिन भी कर सकते हैं। इसे सुबह में 108 बार और शाम को भी 108 बार करना चाहिए।

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