Category: Fundamentals

श्रीहनुमानजी का जन्म  शास्त्रीय एकाधिक मान्यताएं

प्रथम चैत्रे मासि सितेपक्षे पौर्णिमास्यां कुजेऽहनि। अर्थात चैत्र शुक्ल पूर्णिमा मंगलवार के दिन द्वितीय कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी भौमवार स्वाति नक्षत्र मेष लग्न में  महानिशा में अंजना देवी ने हनुमानजी को जन्म दिया था। ऊर्जस्य {…}

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आंखों का फड़कना क्या संकेत देता है…

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, आखों के फड़कने को शगुन या अपशगुन से जोड़कर देखा जाता है। ज्योतिष की मानें तो आंख का फकड़ना हमें हमारे भविष्य का भी संकेत देता है। चलिए जानते हैं {…}

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अपने हिस्से का भाग्य…..!!

एक आदमी एक सेठ की दुकान पर नौकरी करता था। वह बेहद ईमानदारी और लगन से अपना काम करता था। उसके काम से सेठ बहुत प्रसन्न था और सेठ द्वारा मिलने वाली तनख्वाह से {…}

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6 अप्रैल 2024, महावारुणीयोग – दुर्लभऔरशुभदायकमुहूर्त- करे अपने तीन करोड़ पीढ़ियों का उद्धार

वारुणी योग एक अत्यंत ही शुभ एवं उत्तम गति प्रदान करने वाला समय होता है. इस वर्ष 2024 को 6 अप्रैल को वारुणी योग बनेगा.  हिन्दू पंचांग का एक अत्यंत ही पावन शुभ समय {…}

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Gomti Chakra -A Divine Boon!

Gomti Chakra is a rare shell stone found in the Gomti River in Dwarka, Gujarat, India. The word Chakra comes from Sanskrit and means circular. Hindus consider Gomti Chakra to be sacred and believe {…}

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Uranus – The Planet that brings Sudden Changes

In astrology, Uranus is the planet of sudden and unexpected changes, freedom, and originality. It is also associated with rebellion, innovation, technology, and risk. Uranus is the ruler of Aquarius and is considered to {…}

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Snake Bites in Dream…Unravel the Mystery

Dreams have fascinated humans for centuries, often carrying profound meanings and mysterious symbols. One of the recurring motifs that many people experience is the image of a snake bite. Many expert astrologers say that {…}

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दुर्गा सप्तशती

दुर्गा सप्तशती स्वयं में ही एक सिद्घ तंत्रोक्त ग्रन्थ है, जिसका प्रत्येक श्लोक स्वयं सिद्ध है। बहुत लोग रोजाना या नवरात्र में दुर्गा सप्तशती का पाठ अपनी ऊर्जा और अपनी उर्जित तरंगो को बढाने {…}

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“कुलदेवता” शब्द की व्युत्पत्ति एवं अर्थ

१.    कुल अर्थात आप्तसंबंधों से एकत्र आए एवं एक रक्त-संबंध के लोग । जिस कुलदेवता की उपासना आवश्यक होगी, उस कुल में व्यक्ति जन्म लेता है २.    कुल अर्थात मूलाधारचक्र, शक्ति अथवा कुंडलिनी । {…}

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सनकादि ऋषि (सनत्कुमार) कौन हैं ?

सनकादि ऋषि :- (सनकादि = सनक + आदि) से तात्पर्य ब्रह्मा के चार पुत्रों सनक, सनन्दन, सनातन व सनत्कुमार से है। पुराणों में उनकी विशेष महत्ता वर्णित है। ये ब्रह्मा की अयोनिज संताने हैं {…}

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