ज्योतिष शास्त्र के अंतर्गत हस्त-रेखा का विशेष महत्व है। हस्त रेखा को भारतीय ज्योतिष का अभिन्न अंग माना गया है। प्राचीन काल से ही ज्योतिष शास्त्र का अपना ही महत्व रहा है। जिस व्यक्ति को रेखाओ का ज्ञान होता है वह व्यक्ति हस्त रेखा की सहायता से किसी भी व्यक्ति के भूत, भविष्य तथा वर्तमान में घटने वाली घटनाओं का अनुमान लगा सकता है। आपके हाथ पर खींची हुई हर रेखा आपके भविष्य, वर्तमान तथा भूत से संबंधित रहस्यों को अपने में समाहित किए हुए है। आपके जीवन से संबंधित प्रत्येक होने वाली घटना की जानकारी आपकी हस्त रेखाओं में विद्यमान है।
जिन लोगों को हस्त रेखा के बारे में बिल्कुल भी पता नहीं है वह लोग ऊपर दिए चित्र को देखिए।
आप देख सकते हैं तर्जनी और अंगूठे से निकलती हुई जीवन रेखा शुक्र पर्वत को घेरे हुए हैं। जीवन रेखा और शुक्र पर्वत के बीच का क्षेत्र जिस किसी का ज्यादा होगा उसकी उम्र बड़ी होगी।
मैं इस विषय को उदाहरण के साथ समझाता हूं। ऊपर दिए गए चित्र में यदि लाल रेखा पति की है और नीली रेखा पत्नी की है तो पति की उम्र पत्नी से ज्यादा होगी क्योंकि लाल रेखा बड़ा क्षेत्र बना रही है शुक्र पर्वत के साथ और नीली रेखा कम क्षेत्र बना रही है शुक्र पर्वत सके साथ।
यदि लाल रेखा पत्नी की है और नीली रेखा पति की है तो पत्नी की उम्र पति से ज्यादा होगी क्योंकि लाल रेखा बड़ा क्षेत्र बना रही है शुक्र पर्वत के साथ और नीली रेखा कम क्षेत्र बना रही है शुक्र पर्वत के साथ।
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